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13. मुँहासे(Acne & Pimples)

मुँहासे

मुँहासे के लिए सामग्री एवं विधि–

नींबू के रस में बराबर गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगायें। आधा घंटे बाद चेहरा ताजा जल से धो डालें। दस-पन्द्रह दिनों के प्रयोग से मुँहासे दूर हो जाते हैं और मुँह के दाग भी अथवा केवल नींबू के छिलकों को मुँह पर स्नान से पूर्व धीरे- धीरे मलने से और कुछ देर बाद गुनगुने पानी से मुँह धोते रहने से भी कुछ दिनों में मुँहासे दूर हो जाते हैं।

विशेष–

(१) मुँहासों को फोड़ना या नोचना नहीं चाहिए। इससे वे और भी ज्यादा फैलते हैं और त्वचा में स्थायी दाग पड़ जाते हैं।
(२) उपरोक्त प्रयोग से पहले चेहरे को पानी की भाप से साफ कर लें तो शीघ्र लाभ होगा।
(३) कब्ज न होने दें।

विकल्प –

(१) जायफल को कच्चे गोदुग्ध में किसी पत्थर पर घिस लें, इतना कि मुँह पर लेप हो जाये। मुँह पर लेप करने के बाद थोड़ी देर सूखने दें। फिर इतना से रगडकर उबटन की तरह छुड़ा लें। फिर गुनगुने पानी से धोकर पोंछ लें। दिन में दो बार यह क्रिया करने से दो-तीन दिन में ही मुँहासे दूर होकर मुँहासों के दिल दाग-धब्बे मिट जाते हैं और चेहरा निखरता है। चाहे तो जायफल को कच्चे दूध में घिसकर रात सोते समय मुँहासों और काले धब्बों पर लेप करें और प्रातः घी डालें। इससे भी दो-चार सप्ताह में कील, मुँहासे और काले दाग मिटकर मुखे मण्डल निखर उठता है।
(२) जैतून का तेल नियमित रूप से लगाने से अनेक प्रकार के मुँहासे व फुन्सियाँ ठीक हो जाती हैं। साथ ही त्वचा पर मुँहासों, फुन्सियों के दाग और निशान भी मिटा देता है।
(३) सुबह दातुन करते समय दातुन (नीम की हो तो उत्तम है) के नर्म कूचे को मुँहासों पर फेरने से मुँहासे साफ हो जाते हैं और फिर कभी नहीं निकलते।
(४) नीम के पेड़ की छाल अन्दर की तरफ से चन्दन की तरह पानी में घिसकर लेप करने से मुँहासे बैठ जाते हैं।
(५) नीला तेल (नीली शीशी में डेढ़ महीने धूप दिखाकर बनाया गया तेल) मुँहासों पर लगाते रहने से मुँहासे तथा मुँहासों के दाग मिट जाते हैं |

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