तर या बलगमी खाँसी के लिए
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अदरक और शहद का मिश्रण
अदरक का रस (अदरक पीसकर कपड़े में रखकर निचोड़-छान) और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच की मात्रा से मामूली गर्म करके दिन में तीन-चार बार चाटने से तीन-चार दिन में ही कफ खाँसी ठीक हो जाती है। बच्चों को सर्दी-खाँसी में इस मिश्रण की एक-दो उंगली में जितना आ जाये, दिन में दो-तीन बार चटाना ही पर्याप्त है। दो-तीन दिन में ही आराम आ जाएगा।
विशेष लाभ–
नजला जुकाम
इस मिश्रण का सेवन नजला जुकाम में एक अचम्भे से कम नहीं है।
बुढ़ापे या कमजोरी से दमा
बुढ़ापे या कमजोरी से दमा उठता हो तो इसे जरा गर्म करके लें। आठ दिन पीने से दमा-खाँसी मिटती है।
श्वास प्रणाली के रोग
श्वास प्रणाली के रोगों के अतिरिक्त अंडकोष के वात विकार और उदर रोग भी अच्छे होते हैं। अरुचि मिटकर भूख लगती है।
गला बैठ जाने पर
गला बैठ जाने पर इसे तनिक गर्म करके दिन में दो बार पिलाने से बन्द गला और जुकाम ठीक हो जाता है।
सर्दियों में विशेष उपयोग
सर्दियों के मौसम में इसका सेवन विशेष उपयोगी है।
परहेज
जुकाम-खाँसी में दही, केला, बर्फ, चावल, ठण्डे और तले पदार्थ न लें।