मुखपाक क्या है ?

“मुखपाक” एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ होता है “मुंह में छाले” या “मुँह के छाले”। ये आमतौर पर मुँह के अंदर गालों, जीभ, मसूड़ों या होंठों पर छोटे-छोटे घाव या अल्सर होते हैं, जो दर्दनाक हो सकते हैं और खाने-पीने में कठिनाई पैदा कर सकते हैं।

मुखपाक के लिए घरेलू उपचार की सामग्री:

  1. चार ग्राम फूले हुए सुहागे का बारीक चूर्ण
  2. छः ग्रेन (तीन रत्ती) कपूर
  3. बारह ग्राम ग्लीसरीन

तैयारी और उपयोग:

उपरोक्त सामग्री को मिलाकर एक शीशी में भर लें।
आवश्यकता के समय मुँह के भीतर घाव पर लगाएं।
नियमित रूप से इसका उपयोग करें।

यह उपाय मुँह के छालों और घावों को ठीक करने में मदद कर सकता है। जीभ, होठ और मुँह के छालों और घावों के लिए जिसे मुँह का आ जाना कहते हैं, यह श्रेष्ठ दवा है |

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