स्मरण शक्ति क्या है ?
स्मरण शक्ति (Memory Power) वह क्षमता है जिसके माध्यम से मस्तिष्क सूचना को संग्रहीत (store) और पुनः प्राप्त (retrieve) कर सकता है। यह विभिन्न प्रकार की जानकारी जैसे तथ्य, अनुभव, भावनाएँ, और कौशल को याद रखने और भविष्य में पुनः उपयोग करने की क्षमता है|
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स्मरण शक्ति की कमजोरी का उपाय
बादाम दूध की यह विधि स्मरण शक्ति और मस्तिष्क की कमजोरी को दूर करने के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। इस प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में विभाजित किया जा सकता है:
सामग्री और तैयारी:
- सात बादाम गिरी (शाम को पानी में भिगोएँ)
- चार काली मिर्च (यदि आँखें कमजोर हैं)
- २५० ग्राम दूध
- एक चम्मच देशी घी
- दो चम्मच बूरा या चीनी
बनाने की विधि:
- सुबह बादाम का लाल छिलका उतारें और बारीक पीस लें। यदि आँखों की समस्या है तो काली मिर्च भी साथ में पीस लें।
- इस मिश्रण को उबलते हुए २५० ग्राम दूध में मिलाएँ।
- दूध में तीन ऊफान आने के बाद इसे नीचे उतारें।
- इसमें एक चम्मच देशी घी और दो चम्मच बूरा या चीनी मिलाएँ।
- दूध को ठंडा होने दें और पीने लायक गर्म होने पर सेवन करें।
सेवन का तरीका:
- इस दूध को १५ से ४० दिनों तक रोजाना लें।
- इसे सुबह खाली पेट लें और इसके बाद दो घंटे तक कुछ न खाएँ या पिएँ।
विशेष लाभ:
- सर्दियों में यह दूध विशेष लाभप्रद होता है।
- दिमागी मेहनत करने वालों और विद्यार्थियों के लिए यह अत्यंत उपयोगी है।
- तीन-चार दिन तक पीने से आधे सिर के दर्द में आराम मिलता है।
- बादाम को बहुत बारीक पीसना या खूब चबाकर मलाई जैसा बनाना आवश्यक है ताकि इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
वैकल्पिक विधि:
- यदि उपरोक्त विधि से दूध लेना संभव न हो तो, सात भिगोए हुए बादाम की गिरियाँ छीलकर, चार काली मिर्च के साथ बारीक पीसकर, या वैसे ही, सुबह चबा-चबाकर खाएँ और ऊपर से गर्म दूध पी लें।
- इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है और आँखों की समस्याएँ जैसे आँखों की कमजोरी, थकान, पानी गिरना आदि दूर होते हैं।
अन्य विकल्प:
- तीन ग्राम शंखपुष्पी का चूर्ण दूध या मिश्री की चासनी के साथ रोजाना सुबह तीन-चार सप्ताह तक लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और मस्तिष्क की दुर्बलता दूर होती है।
- हरी शंखपुष्पी (१० ग्राम) को घोटकर, छानकर, दूध मिलाकर ठंडाई की तरह भी ले सकते हैं।
इस विधि का पालन करने से मस्तिष्क और स्मरण शक्ति की कमजोरी दूर होती है और वीर्य बलवर्धक लाभ भी प्राप्त होता है।
FAQs
स्मरण शक्ति (Memory Power) क्या है?
स्मरण शक्ति वह क्षमता है जिसके माध्यम से हमारा मस्तिष्क जानकारी को संग्रहीत (store) और पुनः प्राप्त (retrieve) कर सकता है। यह हमें विभिन्न प्रकार की जानकारी जैसे तथ्य, अनुभव, भावनाएँ, और कौशल को याद रखने और भविष्य में उनका उपयोग करने में मदद करती है।
स्मरण शक्ति की कमजोरी का मुख्य कारण क्या है?
स्मरण शक्ति की कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मानसिक तनाव, उचित पोषण की कमी, नींद की कमी, उम्र बढ़ना, और अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए सबसे प्रभावी उपाय क्या है?
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए बादाम दूध का सेवन अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इसके लिए सात भिगोए हुए बादाम, चार काली मिर्च, 250 ग्राम दूध, और एक चम्मच घी के साथ इसे पीसकर दूध में मिलाकर सेवन करना लाभकारी होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए इस उपाय को कितने दिन तक करना चाहिए?
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए बादाम दूध को 15 से 40 दिनों तक नियमित रूप से सुबह खाली पेट पीना चाहिए।
क्या इस उपाय से आँखों की कमजोरी भी ठीक हो सकती है?
हाँ, इस विधि में यदि आँखों की समस्या है, तो काली मिर्च के साथ इसे पीसकर लेने से आँखों की कमजोरी, थकान, और पानी गिरने जैसी समस्याओं में भी आराम मिलता है।
क्या शंखपुष्पी स्मरण शक्ति के लिए उपयोगी है?
जी हाँ, शंखपुष्पी का चूर्ण दूध या मिश्री के साथ सेवन करने से स्मरण शक्ति और मस्तिष्क की दुर्बलता दूर होती ह
क्या स्मरण शक्ति बढ़ाने के अन्य घरेलू उपाय हैं?
स्मरण शक्ति बढ़ाने के अन्य घरेलू उपायों में हरी शंखपुष्पी का सेवन, योग और ध्यान, और संतुलित आहार शामिल हैं। इनसे मस्तिष्क को शांत रखा जा सकता है और मानसिक तनाव कम होता है, जिससे स्मरण शक्ति में सुधार होता है।