5. सिर में रूसी या सीकरी (Dandruff)

सिर में रूसी का कारण विभिन्न

सिर में रूसी (Dandruff) एक आम समस्या है जो स्कैल्प पर खुजली, सूखी त्वचा, और सफेद या पीले रंग के परतदार फलेक के रूप में दिखाई देती है। रूसी होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि सूखी त्वचा, स्किन कंडीशन्स, हार्मोनल बदलाव, और गलत हेयर केयर प्रोडक्ट्स का उपयोग। यहाँ रूसी के कारणों, लक्षणों, और इसके उपचार के तरीकों के बारे में बताया जा रहा है।

  1. सूखी त्वचा (Dry Skin):
    • सूखी त्वचा रूसी का एक प्रमुख कारण है। ठंडे मौसम और शुष्क हवा की वजह से स्कैल्प की त्वचा सूख जाती है, जिससे रूसी की समस्या हो सकती है।
  2. सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis):
    • यह एक सामान्य स्किन कंडीशन है जो तैलीय त्वचा वाले हिस्सों पर होती है, जैसे कि स्कैल्प। इसमें लालिमा, खुजली, और परतदार त्वचा होती है।
  3. मलासेज़िया (Malassezia):
    • यह एक प्रकार का यीस्ट है जो स्कैल्प पर स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी यह अत्यधिक वृद्धि कर सकता है, जिससे त्वचा की कोशिकाएँ तेजी से बढ़ने लगती हैं और रूसी की समस्या होती है।
  4. हेयर केयर प्रोडक्ट्स (Hair Care Products):
    • गलत या अत्यधिक हेयर केयर प्रोडक्ट्स का उपयोग, जैसे शैंपू, कंडीशनर, और हेयर स्प्रे, स्कैल्प को उत्तेजित कर सकते हैं और रूसी की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
  5. स्वास्थ्य समस्याएँ (Health Issues):
    • पार्किंसन रोग, इम्यून डिसऑर्डर, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ भी रूसी की समस्या को बढ़ा सकती हैं।

मौसम के परिवर्तन:

अधिक या अल्पकालिक ठंडा या गरम मौसम में, रूसी की समस्या हो सकती है।

अधिक रूसी बनाने वाले उत्पादों का प्रयोग:

कई शैम्पू, कंडीशनर, या हेयर स्प्रे जैसे उत्पादों में केमिकल्स होते हैं जो रूसी को बढ़ा सकते हैं।

स्कैल्प संबंधी समस्याएं:

जैसे कि खुजली, खारिश, एक्जिमा या सेबोरियाइड डर्मेटाइटिस।

धुल और प्रदूषण:

धुल, गंदगी, या वायु प्रदूषण भी रूसी को बढ़ा सकते हैं।

सामग्री और विधि

नारियल का तेल १०० ग्राम, कपूर ५ ग्राम दोनों को मिलाकर शीशी में रख लें। दिन में दो बार स्नान के बाद केश सूख जाने और रात में सोने से पहले सिर पर खूब मालिश करें। दूसरे ही दिन से रूसी (सफेद पतली भूसी की तरह) में लाभ प्रतीत होगा।

विशेष

तोला एक कपूर लें, पाव नारियल तेल। शीशी में रख लीजिए, कर दोनों का मेल ।

त्रिफला से सिर धोय के, तेल लगाये जोय।

केश बढ़े अरु नर्म हो, सिर में ठंडक होय ।

विकल्प

(१) बाल धोने से आधा घण्टा पहले एक नींबू काटकर मलने से या नींबू का रस मलने से और फिर हल्के गर्म पानी से धोने से सिर की रूसी साफ हो जाती है और रूखे-सुखे बाल चमकदार व सैट हो जाते हैं अथवा दो किलो पानी में दो नींबूओं का रस निचोड़कर एक सप्ताह तक प्रतिदिन बालों को अच्छी प्रकार धोएँ तो जूएँ न रहेंगी। बाल चमक उठेंगे। रूसी दूर हो जायेगी।
(२) नारियल के तेल में आधा नींबू का रस तथा जरा सा कपूर मिला लें। रात में तेल बालों की जड़ों में लगाकर हल्की-हल्की मालिश करें और प्रातः स्नान कर कंधी करे। रूसी समाप्त होने के साथ-साथ जूं भी नहीं रहेगी।
(३) रीठे का शैम्पू रूसी में उतना ही कारगर है जितना कोई आधुनिक फार्मूले का शैम्पू । बाल टूटने पर बालों को साबुन से न धोकर रीठे से धोना चाहिए। बाल टूटते हैं तो हर चौथे रोज सिर धोइए।

रीठे के शैम्पू की विधि-

रात में रीठे के छिलके के छोटे-छोटे टुकड़े करके पानी में भिगो दें। (अनुपात एक हिस्सा रीठा का छिलका, चालीस हिस्सा पानी)। सुबह उस पानी को मसलकर अथवा उबालकर उससे सिर धोने से बाल लम्बे और घने होते हैं। इसके लिए बालों को पहले थोड़ा गुनगुना पानी डालकर धोइए। उसके बाद रीठे के पानी के घोल की आधी मात्रा सिर पर डालकर बालों को पाँच दस मिनट तक मलिए। अब इसे धो डालिए। फिर आधा बचा हुआ शैम्पू पहले की तरह डालकर मलिए, अच्छी तरह मलने के बाद धो डालिए।

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Megha patidar is a passionate website designer and blogger who is dedicated to Hindu mythology, drawing insights from sacred texts like the Vedas and Puranas, and making ancient wisdom accessible and engaging for all.

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