जानिए कैसे करें नवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा सही विधि से! Swipe करें और सम्पूर्ण पूजा विधि सीखें।
माता दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर को फूलों और वस्त्रों से सजाएं। पूजा के समय घी का दीपक जलाएं, माता को लाल चून्नी चढ़ाएं और दूर्वा घास अर्पित करें। माता की आरती करें और दुर्गा चालीसा पढ़ें।
माँ दुर्गा की पूजा कैसे करें?
नवरात्रि पूजा की शुरुआत कलश स्थापना से होती है। इसे पूजा स्थल के मध्य में रखें, और उसमें जल, सुपारी, सिक्का, और पंच पल्लव डालें। नारियल और आम के पत्तों से इसे सजाएं।
कलश स्थापना
पंचोपचार पूजा
पंचोपचार पूजा में पांच वस्तुएँ - धूप, दीप, पुष्प, अक्षत (चावल), और नैवेद्य (मिष्ठान) अर्पित करें। हर दिन सुबह-शाम आरती करें और माँ दुर्गा के नाम का जाप करें।
नवरात्रि में कन्या पूजन का महत्व
अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। नौ कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर भोजन कराया जाता है। यह माँ दुर्गा को प्रसन्न करने का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अष्टमी या नवमी के दिन हवन का आयोजन करें। हवन कुंड में आम की लकड़ी, घी, और विशेष सामग्री डालें और "स्वाहा" मंत्रों का उच्चारण करें। इससे पूजा पूर्ण मानी जाती है।
नवाह्निक हवन
पूजा के अंत में माँ दुर्गा की आरती करें। इसके बाद प्रसाद वितरण करें और परिवार के सभी सदस्यों के साथ आरती में भाग लें। माँ दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त करें।
पूजा समापन और आरती
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