Megha patidar
जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। यह सकारात्मकता, फसल और दान का उत्सव है।
पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है। सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है।
ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें। गंगाजल से सूर्य देव का अभिषेक करें। तिल-गुड़ और खिचड़ी का प्रसाद बनाएं। तिल, गुड़ और खिचड़ी का दान करें।
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाना उत्साह और खुशी का प्रतीक है। यह नई ऊर्जा और उमंग का पर्व है।