“Pyaro Vrindavan” ek aisa bhajan hai jo har Krishna bhakt ke mann ko chhoo jaata hai. Ye bhajan Shri Krishna ke divine nagar Vrindavan ki mahima aur madhurta ka varnan karta hai. Jahan Radha-Krishna ne apne anek leelaayein rachayi, wahi Vrindavan har bhakt ke liye swarg se kam nahi lagta.
श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ -2
श्याम हृदय कू भाए
वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,-2
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन-2
श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ
श्याम हृदय कू भाए
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
सब सुख सागर रूप उजागर, रहे वृंदावन धाम -2
रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा -2
गोविंद रूप निधान
वृंदावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा -2
राधा गोविंद रूप निधान
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
बिहरत निसदिन कुंज गलीन में ब्रज जन मन सुख धाम -2
मदन मोहन को रुप निरख के,-2
सनातन बली बली जाए
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
मदन मोहन को रुप निरख के
सनातन बली बली जाए
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन-2
गोपी ग्वाल सब हिय उर धारे, प्यारो गोपीनाथ-2
मधुपांडित जिन कंठ लगायो, -2
जहा है रही जय जय कार
वृंदावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
मधुपांडित जिन कंठ लगायो, -2
जहा है रही जय जय कार
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन-2
श्री गोपाल भट्ट कि हृदय वेदना, प्रगट्यौ शालिग्राम -2
रुप सुधा को रवान हमारो, -2
श्री राधारमण जु लाल
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
रुप सुधा को खान हमारो, -2
प्यारो राधारमण जु लाल
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
आतुर है हरिवंश पुकारो, श्री राधा राधा नाम -2
सघन कुंज यमुना तट आयो,
मदन टेर वृंदावन आयो
प्यारो राधावल्लभ लाल
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
मदन टेर वृंदावन आयो
सघन कुंज यमुना तट आयो,
प्यारो राधावल्लभ लाल
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
युगल किशोर कु लाड लडायो, नवल कुंज हिय माए-2
कुंज निकुंजन कि रज धारे, -2
हरि व्यास युगल यश गाए
वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
कुंज निकुंजन कि रज धारे, -2
हरि व्यास युगल यश गाए
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
भुवन चतुर्दश की सुंदरता, निधीवन करत बिहार -2
श्यामा प्यारी कुंज बिहारी,
श्यामा प्यारी बाके बिहारी,
जय जय श्री हरिदास
वृंदावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्यामा प्यारी कुंज बिहारी,
श्यामा प्यारी बाके बिहारी,
जय जय श्री हरिदास
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
जिनकी कृपा से यह रस प्रगट्यौ, वृंदावन अभिराम -2
सप्तनिधीन को हिय उजियारो,
हम सब को है प्राण पियारो
हमारो गिरधर लाल
वृंदावन प्यारो वृन्दावन,
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
सप्तनिधीन को हिय उजियारो,
हम सब को है प्राण पियारो
हमारो गिरधर लाल
वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
श्री वृंदावन मेरो वृन्दावन
जय राधे राधे जय राधे राधे जय राधे राधे जय राधे राधे जय राधे राधे जय राधे राधे जय राधे राधे …..
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