14. गुरु और ज्ञान का महत्व
1. गुरु और उनका महत्व धनोपयोगः सत्पात्ते यस्यैवास्ति स पण्डितः । गुरुशुश्रूषया जन्म चित्तं सद्धयानचितया |१| अर्थ – धनोपयोग इति- इस संसार में जिस पुरुष का घन सत्पात्र के लिए, जन्म गुरुजनों की सेवा के लिए और चित्त हरिहर चिंतन…