MEGHA PATIDAR

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Megha patidar is a passionate website designer and blogger who is dedicated to Hindu mythology, drawing insights from sacred texts like the Vedas and Puranas, and making ancient wisdom accessible and engaging for all.

6. प्राकृत प्रलयका वर्णन

प्राकृत प्रलय का वर्णन

प्राकृत प्रलय क्या है?  प्राकृत प्रलय में जब जल सप्तर्षियोंके स्थानको भी पार कर जाता है तो यह सम्पूर्ण त्रिलोकी एक महासमुद्रके समान हो जाती है ॥ तदनन्तर, भगवान् विष्णुके मुख- निःश्वाससे प्रकट हुआ वायु उन मेघोंको नष्ट करके पुनः सौ…

7. निमेषादि काल-मान तथा नैमित्तिक प्रलयका वर्णन

प्रलय

प्राकृत प्रलय क्या है? सम्पूर्ण प्राणियों का प्रलय नैमित्तिक, प्राकृतिक और आत्यन्तिक तीन प्रकार का होता है॥  उनमेंसे जो कल्पान्त में ब्राह्म प्रलय होता है वह नैमित्तिक, जो मोक्ष नामक प्रलय है वह आत्यन्तिक और जो दो परार्द्धके अन्तमें होता…

8. शूद्र और स्त्रियोंका महत्त्व

शूद्र

शूद्र और स्त्रियों का महत्त्व  एक बार मुनियोंमें [परस्पर] पुण्यके विषयमें यह वार्तालाप हुआ कि ‘किस समयमें थोड़ा-सा पुण्य भी महान् फल देता है और कौन उसका सुखपूर्वक अनुष्ठान कर सकते हैं? ‘ ॥ वे समस्त मुनिश्रेष्ठ इस सन्देहका निर्णय…

9. कलिधर्म निरूपण

कलि

 सतयुग से कलि युग तक का वर्णन कल्पान्तके समय प्राकृत प्रलयमें जिस प्रकार जीवोंका उपसंहार होता है, वह सुनो ॥ मनुष्योंका एक मास पितृगणका, एक वर्ष देवगणका और दो सहस्र चतुर्युग ब्रह्माका एक दिन-रात होता है ॥  सत्ययुग, त्रेता, द्वापर…

10. यादवोंका अन्त्येष्टि-संस्कार

यादव

यादवोंका अन्त्येष्टि-संस्कार  अर्जुनने राम और कृष्ण तथा अन्यान्य मुख्य-मुख्य यादवोंके मृत देहोंकी खोज कराकर क्रमशः उन सबके और्ध्वदैहिक संस्कार किये ॥  भगवान् कृष्णकी जो रुक्मिणी आदि आठ पटरानी बतलायी गयी हैं, उन सबने उनके शरीरका आलिंगन कर अग्निमें प्रवेश किया…

11. यदुवंशविनाश तथा भगवान्‌ श्रीकृष्ण का स्वधाम सिधारना

यदुवंशविनाश

यदुवंशविनाश तथा भगवान्‌ श्रीकृष्ण का स्वधाम सिधारना– प्रस्तावना- संसार के उपकार के लिये बलभद्रजीके सहित श्रीकृष्णचन्द्र ने दैत्यों और दुष्ट राजाओंका वध किया ॥  तथा अन्तमें अर्जुनके साथ मिलकर भगवान् कृष्ण ने अठारह अक्षौहिणी सेनाको मारकर पृथिवी का भार उतारा…

12. द्विविद-वध

द्विविद

द्विविद कौन था?  द्विविद नामक एक महावीर्यशाली वानरश्रेष्ठ देवविरोधी दैत्यराज नरकासुरका मित्र था ॥ भगवान् कृष्णने देवराज इन्द्रकी प्रेरणासे नरकासुरका वध किया था, इसलिये वीर वानर द्विविदने देवताओंसे वैर ठाना ॥  [उसने निश्चय किया कि] “मैं मर्त्यलोकका क्षय कर दूँगा…

13. साम्बका विवाह

साम्ब

साम्ब कौन था? एक बार जाम्बवतीनन्दन वीरवर साम्ब ने स्वयंवरके अवसरपर दुर्योधनकी पुत्रीको बलात् हरण किया ॥  तब महावीर कर्ण, दुर्योधन, भीष्म और द्रोण आदिने क्रुद्ध होकर उसे युद्धमें हराकर बाँध लिया ॥  यह समाचार पाकर कृष्णचन्द्र आदि समस्त यादवोंने…

14. पौण्ड्रक-वध तथा काशीदहन

पौण्ड्रक

पौण्ड्रक कौन था ? पौण्ड्रकवंशीय वासुदेव नामक एक राजाको अज्ञानमोहित पुरुष ‘आप वासुदेवरूपसे पृथिवीपर अवतीर्ण हुए हैं’ ऐसा कहकर स्तुति किया करते थे ॥ अन्तमें वह भी यही मानने लगा कि ‘मैं वासुदेवरूपसे पृथिवीमें अवतीर्ण हुआ हूँ!’ इस प्रकार आत्मविस्मृत…