93. जडभरत और सौवीरनरेशका संवाद
जडभरत और सौवीरनरेशका संवाद राजा की मनोवृत्तियों का भ्रम राजा बोले- भगवन् ! आपने जो परमार्थमय वचन कहे हैं उन्हें सुनकर मेरी मनोवृत्तियाँ भ्रान्त – सी हो गयी हैं ॥ आपने सम्पूर्ण जीवोंमें व्याप्त जिस असंग विज्ञानका दिग्दर्शन कराया है…