Hanuman ji, जिन्हें बजरंगबली, अंजनीपुत्र, और पवनपुत्र के नाम से जाना जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उनकी भक्ति, शक्ति और निष्ठा को समर्पित अनेक भजन भक्तों के हृदय को छूते हैं। हनुमान जी के भजन सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि आत्मा को छू लेने वाली भक्ति की अनुभूति हैं।
हनुमान भजनों का महत्व
हनुमान जी के भजनों का जाप करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि डर, नकारात्मकता और शत्रुओं से भी रक्षा होती है। माना जाता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा से हनुमान जी की आराधना करता है, उसके जीवन में उत्साह, शक्ति और साहस बना रहता है।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता,
दुखिओं के तुम भाग्यविधाता ।
सियाराम के काज सवारे,
मेरा करो उद्धार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी,
तुम पर रीझे अवधबिहारी ।
भक्तिभाव से ध्याऊं तोहे,
कर दुखों से पार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
जपूँ निरंतर नाम तिहरा,
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा ।
रामभक्त मोहे शरण मे लीजे,
भाव सागर से तार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
ना चलाओ बाण,
व्यंग के ऐ विभिषण,
ताना ना सह पाऊं,
क्यूँ तोड़ी है ये माला,
तुझे ए लंकापति बतलाऊं,
मुझमें भी है तुझमें भी है,
सब में है समझाऊँ,
ऐ लंकापति विभीषण, ले देख,
मैं तुझको आज दिखाऊं।।
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में,
देख लो मेरे दिल के नगीने में।।
मुझको कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए,
राम के नाम का मुझ को रस चाहिए,
सुख मिले ऐसे अमृत को पीने में,
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में।।
अनमोल कोई भी चीज,
मेरे काम की नहीं,
दिखती अगर उसमे छवि,
सिया राम की नहीं ॥
राम रसिया हूँ मैं, राम सुमिरण करूँ,
सिया राम का सदा ही मै चिंतन करूँ,
सच्चा आनंद है ऐसे जीने में,
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में ॥
फाड़ सीना हैं, सब को ये दिखला दिया,
भक्ति में मस्ती है, सबको बतला दिया,
कोई मस्ती ना, सागर को मीने में,
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में ॥
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे,
देख लो मेरे दिल के नगीने में ॥
जय जय हनुमान गोसाई
वेगी हरो हनुमान महाप्रभु,
जो कछु संकट होये हमारो,
कौन सो संकट मोर गरीबों को,
जो तुम से नहीं जात है टारो,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करो महाराज,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करो महाराज……
तन में तुम्हरे शक्ति विराजे,
मन भक्ति से भीना,
जो जन तुम्हरी शरण में आये,
दुःख दरद हर लीना हनुमत,
महावीर प्रभु हम दुखियन के,
तुम हो गरीब निवाज हनुमत,
तुम हो गरीब निवाज,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करो महाराज……..
राम लखन वैदेही तुम पर,
सदा रहे हर्षाये,
हृदय चीर के राम सिया का,
दर्शन दिया कराए हनुमत,
दर्शन दिया कराए,
दोऊ कर जोड़ अरज हनुमंता,
कहियो प्रभु से आज हनुमत,
कहियो प्रबु से आज,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करो महाराज……
जय जय जय बजरंगबली
जय जय जय बजरंगबली,
जो भी दिल से पुकारे तुमको….-2
उसकी विपदा पल मे टली
जय जय जय बजरंगबली ।
लक्ष्मण के थे प्राण बचाए,
पर्वत हथेली पर ले आए,
ऐसी बूटी दी लक्ष्मण को,
खिल उठी जीवन की कली,
जय जय जय बजरंगबली ॥
रामजी ने संदेशा भिजवाया,
सीता माँ को यकीन ना आया,
तब हनुमान ने राम अंगूठी,
सीता मां की रख दी तली,
जय जय जय बजरंगबली ॥
सेना ने पूंछ में आग लगाई,
सब सोने की लंका जलाई,
देखते देखते ही पल भर में,
सब सोने की लंका जली,
जय जय जय बजरंगबली ॥
हनुमत जो कोई तुम्हे धयाता,
उसके दुख कभी निकट ना आता,
कहता है संदीप जलंधरी,
करते हो तुम सबकी भली,
जय जय जय बजरंगबली ॥
बालाजी अच्छा लागे सै
सिया राम जी के चरणों के दास बाला जी,
भक्तों के रहते सदा पास बाला जी,
श्री राम जी के दूत बड़े खास बाला जी,
तेरे दम से चले मेरी सांस बाला जी…..
तेरा सालासर दरबार, तने पूजे यो संसार,
तेरी गूंजे जय जयकार, मने अच्छा लागे सै,
माता अंजनी के लाल, तेरी कोई ना मिसाल,
तेरा चोला लाल लाल, मन्ने अच्छा लागे सै,
तेरे तन में है राम, तेरे मन में है राम,
तन्ने कहना राम-राम, मने अच्छा लागे सै……
मैं तो हो गया था बड़ा मजबूर बालाजी,
चरणों से हो गया था दूर बालाजी,
तेरे नाम का यो चढ़ गया सरूर बालाजी,
तेरी भक्ति से हो या मशहूर बालाजी,
तूने भरदी मेरी गोज, तेरी कृपा से मौज,
तेरे दर पे आना रोज, मने अच्छा लागे सै,
तेरे तन में है राम, तेरे मन में है राम,
तन्ने कहना राम-राम, मने अच्छा लागे सै……
तेरे ऊंचे ऊंचे देखूं जो निशान बाला जी,
दिल में जगे सै अरमान बाला जी,
तूने भर दी मेरी गोज तेरी कृपा से मौज,
तेरे दर पे आना रोज मने अच्छा लागे सै,
तेरे तन में है राम, तेरे मन में है राम,
तन्ने कहना राम-राम, मने अच्छा लागे सै…….
तेरे ऊंचे ऊंचे देखूं जो निशान बाला जी,
दिल में जगे सै अरमान बाला जी,
तुने जग में करी है ऊंची शान बाला जी,
देख दुनिया बड़ी है परेशान बाला जी,
नरसी धरता तेरा ध्यान, अटकी तेरे में ही जान,
मित्तल करता गुणगान, मन्ने अच्छा लगे से,
तेरे तन में है राम, तेरे मन में है राम,
तन्ने कहना राम-राम, मने अच्छा लागे सै……
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