Ram Navami 2025,राम नवमी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह सत्य, धर्म और मर्यादा की विजय का प्रतीक है। त्रेतायुग में भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लेकर अधर्म का नाश किया और समाज में आदर्श स्थापित किए। इस दिन देशभर में मंदिरों में विशेष पूजन और भजन-कीर्तन किए जाते हैं।
राम नवमी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
- राम नवमी 2025 की तिथि: 6 अप्रैल 2025, रविवार
- नवमी तिथि प्रारंभ: 6 अप्रैल 2025 को सुबह 09:16 बजे
- नवमी तिथि समाप्त: 7 अप्रैल 2025 को सुबह 11:02 बजे
- श्रीराम जन्म मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे
राम नवमी की पूजा विधि
राम नवमी पर भगवान श्रीराम की पूजा विधि-विधान से करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
- स्नान और संकल्प: प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और राम नवमी व्रत का संकल्प लें।
- मूर्ति या चित्र स्थापना: भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमानजी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थान पर रखें।
- पूजन सामग्री: अक्षत, रोली, चंदन, तुलसी पत्र, फल, मिठाई, पंचामृत और फूल अर्पित करें।
- रामचरितमानस या रामायण पाठ: इस दिन श्रीरामचरितमानस या रामायण का पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- मंत्र जाप: “श्री राम जय राम जय जय राम” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- आरती और भजन: श्रीराम आरती और भजन-कीर्तन करें।
- प्रसाद वितरण: पूजा के बाद पंचामृत, फल और मिठाई का प्रसाद बांटें।
- भंडारा और दान: जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा दान करें।
राम नवमी का धार्मिक और सामाजिक महत्व
धार्मिक महत्व
- राम नवमी चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन मनाई जाती है।
- इस दिन रामचरितमानस और सुंदरकांड का पाठ करने से विशेष फल मिलता है।
- भगवान राम के जीवन से आदर्श जीवन की प्रेरणा मिलती है।
सामाजिक महत्व
- इस दिन घर-घर में भंडारे लगाए जाते हैं और गरीबों को भोजन कराया जाता है।
- कई स्थानों पर रामायण पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
- रथ यात्राएं निकाली जाती हैं, जिनमें भगवान राम, सीता और लक्ष्मण जी की झांकियां दिखाई जाती हैं।
राम नवमी पर करने योग्य कार्य
- भगवान श्रीराम का ध्यान और भजन-कीर्तन करें।
- रामायण और श्रीरामचरितमानस का पाठ करें।
- जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
- उपवास रखें और सात्विक भोजन करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
राम नवमी 2025 के विशेष उपाय
दान-पुण्य
- पीले वस्त्र, नमक, चीनी और अनाज दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
- गरीब बच्चों को भोजन और वस्त्र दान करें।
व्रत और संयम
- इस दिन उपवास रखकर भगवान राम का स्मरण करें।
- सात्विक भोजन ग्रहण करें और मन को शांत रखें।
हनुमान चालीसा का पाठ
- हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त हैं, इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
राम नवमी की कथा: भक्ति की शक्ति
एक पौराणिक कथा के अनुसार, अयोध्या के राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था, जिसके फलस्वरूप माता कौशल्या के गर्भ से भगवान राम का जन्म हुआ। इस दिन को अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में भी मनाया जाता है।
राम नवमी का संदेश
राम नवमी न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि यह हमें सत्य, न्याय और मर्यादा का पाठ पढ़ाती है। इस दिन भगवान राम की पूजा करके हम उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतार सकते हैं।
“राम नाम का जप करो, मन में शांति और घर में समृद्धि लाओ।”
जय श्री राम!
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FAQs-
Ram Navami 2025 kab hai?
Ram Navami 6 April 2025 ko manayi jayegi.
Ram Navami kis devta ka janmotsav hai?
Yeh Bhagwan Shri Ram ka janmotsav hai.
Ram Navami ka shubh muhurat kya hai?
Ram Navami ka shubh muhurat dopahar 12:00 baje hai.
Ram Navami par kya karna chahiye?
Bhagwan Shri Ram ki puja, Ramayan path aur daan karna chahiye.
Ram Navami ke din upvas ka mahatva kya hai?
Yeh din bhakti, shuddhi aur shanti ke liye upvas rakha jata hai.
Kya Ram Navami par Hanuman ji ki puja bhi hoti hai?
Haan, Hanuman ji ki puja bhi ki jati hai.
Ram Navami ke din kya nahi karna chahiye?
Krodh, jhooth, ahankar aur tamasik bhojan nahi karna chahiye.
Kya Ram Navami par mandir jana zaroori hai?
Nahi, ghar par bhi bhakti aur puja ki ja sakti hai.
Kya Ram Navami par bhajan aur kirtan karna shubh hota hai?
Haan, bhajan aur kirtan se shubh fal milta hai.
Ram Navami ka itihaas kya hai?
Yeh din Bhagwan Shri Ram ke janm ka divas hai, jo Vishnu ji ke avtar the.