Shani Amavasya (शनि अमावस्या) को हिंदू धर्म में विशेष महत्व प्राप्त है। यह दिन शनिदेव को समर्पित होता है और इस दिन किए गए उपायों से जीवन में आ रही बाधाओं, आर्थिक संकटों और दुर्भाग्य को समाप्त किया जा सकता है। 29 मार्च 2025 को शनि अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है क्योंकि यह दिन शनिवार को पड़ रहा है, जो स्वयं शनिदेव का दिन माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान का विशेष महत्व होता है।
शनि अमावस्या 2025 की तिथि और समय
- तिथि प्रारंभ: 28 मार्च 2025 को रात 11:05 बजे
- तिथि समाप्त: 29 मार्च 2025 को रात 12:45 बजे
शनि अमावस्या पर क्या करें?
1. पीपल के वृक्ष का पूजन
- शनि अमावस्या के दिन प्रातःकाल उठकर स्नान करके पीपल के वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करें।
- सरसों के तेल का दीपक जलाएं और सात बार वृक्ष की परिक्रमा करें।
- “ॐ शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करते हुए पीपल को प्रणाम करें।
2. शनिदेव की पूजा और तेल चढ़ाएं
- इस दिन शनिदेव की प्रतिमा पर तेल चढ़ाने से विशेष फल मिलता है।
- तिल, काले वस्त्र, काले तिल, लोहे का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें।
3. पितरों का तर्पण करें
- शनि अमावस्या के दिन पितरों को जल और तर्पण अर्पित करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- यह दिन पितृ दोष को समाप्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
4. दान का महत्व
- इस दिन निर्धनों और जरूरतमंदों को दान अवश्य करें।
- काले तिल, कंबल, लोहे की वस्तुएं, और उड़द की दाल का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- गाय को चारा और कुत्तों को रोटी खिलाने से भी शनि दोष शांत होता है।
5. हनुमान जी की पूजा
- शनि अमावस्या के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमान जी की पूजा से शनि देव की कृपा बनी रहती है और संकट दूर होते हैं।
शनि अमावस्या पर क्या न करें?
1. झूठ और छल से बचें
- इस दिन झूठ बोलने और किसी को धोखा देने से शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं।
- असत्य बोलने से जीवन में कष्ट और बाधाएं आती हैं।
2. अपशब्द और क्रोध से बचें
- इस दिन किसी से अपशब्द न बोलें और क्रोध करने से बचें।
- क्रोध करने से शनि दोष बढ़ सकता है और घर में अशांति बढ़ती है।
3. शराब और मांसाहार का सेवन न करें
- शनि अमावस्या के दिन शराब, मांस और तामसिक भोजन का सेवन न करें।
- इस दिन सात्विक भोजन ग्रहण करना ही उत्तम माना गया है।
4. पीपल और तुलसी के पत्ते न तोड़ें
- इस दिन पीपल और तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित माना जाता है।
- ऐसा करने से शनिदेव और भगवान विष्णु का आशीर्वाद नहीं मिलता।
5. किसी का अपमान न करें
- इस दिन गरीबों, बुजुर्गों और जरूरतमंदों का अपमान न करें।
- विशेष रूप से श्रमिक वर्ग का सम्मान करें, क्योंकि शनिदेव गरीबों और श्रमिकों के रक्षक माने जाते हैं।
शनि अमावस्या के विशेष उपाय
1. शनिदेव का अभिषेक करें
- काले तिल, सरसों के तेल और गंगाजल से शनिदेव का अभिषेक करें।
- इससे शनि की अशुभ दृष्टि शांत होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
2. शनिवार व्रत रखें
- इस दिन व्रत रखने और शनिदेव को प्रसन्न करने से सारे कार्य सिद्ध होते हैं।
- व्रत के दौरान “शनि चालीसा” का पाठ करें और शनिदेव को प्रसन्न करें।
3. काले तिल और उड़द का दान करें
- शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए काले तिल और उड़द का दान अत्यंत प्रभावशाली होता है।
शनि अमावस्या पर विशेष मंत्र जाप
- ॐ शं शनैश्चराय नमः (108 बार)
- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः (21 बार)
- ॐ हनुमते नमः (108 बार)
शनि अमावस्या की पौराणिक कथा
प्राचीन कथाओं के अनुसार, एक बार राजा दशरथ ने शनिदेव को अपनी सेना के साथ रोकने की कोशिश की थी, ताकि उनकी दृष्टि अयोध्या पर न पड़े। लेकिन शनिदेव ने कहा कि उनका प्रभाव सभी ग्रहों पर पड़ता है और कोई भी उनसे बच नहीं सकता। तब राजा दशरथ ने शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए हवन और दान किया। शनिदेव ने प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया कि यदि कोई भक्त शनि अमावस्या पर विधिपूर्वक पूजा और दान करेगा, तो उसके सारे कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
शनि अमावस्या के लाभ
- पितृ दोष से मुक्ति
- शनि दोष और साढ़े साती के प्रभाव का नाश
- आर्थिक स्थिति में सुधार
- रोग, शोक और संकट का निवारण
- मन और परिवार में शांति
निष्कर्ष
शनि अमावस्या 29 मार्च 2025 का दिन शनिदेव की कृपा पाने और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का सुनहरा अवसर है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा-पाठ, दान और उपवास करने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, गलत कार्यों से बचकर शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
“ॐ शनैश्चराय नमः” के जाप से जीवन में शांति, समृद्धि और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
Read More – Cheti Chand 2025 kaise aur kyu manaya jata hai
FAQs-
Shani Amavasya kya hoti hai?
Shani Amavasya ek vishesh din hota hai jo Amavasya tithi aur Shanivar ke yog se banta hai. Is din Shani Dev ki puja karne se unka ashirwad milta hai aur dukh-dard door hote hain.
Shani Amavasya 2025 kab hai?
Shani Amavasya 2025 29 March (Shanivar) ko hai. Yeh din Shani Dev ki kripa paane ke liye bahut shubh mana jata hai.
Shani Amavasya par kya karein?
Shani Dev ki puja karein
Pipal ke ped ki pooja karein
Hanuman ji ka smaran karein
Daan-punya karein (kale til, kapde, loha, urad dal)
Mantra jaap karein – “ॐ शं शनैश्चराय नमः” 108 baar
Shani Amavasya par kya na karein?
Kisi ka apmaan na karein
Jhooth aur dhokha na dein
Sharab aur mansaahar se door rahein
Gussa na karein aur bure shabdon ka prayog na karein
Pipal ya Tulsi ke patte na todhein
Shani Amavasya par kis devta ki pooja karein?
Is din Shani Dev, Pipal ka ped, aur Hanuman ji ki pooja karni chahiye
Kya Shani Amavasya par vrat rakhna chahiye?
Haan, jo log Shani ki dasha se guzar rahe hain ya jinpar Shani dosh hai, unhe is din vrat rakhna chahiye.
Kaunse mantra ka jaap karna chahiye?
ॐ शं शनैश्चराय नमः (108 baar)
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
Hanuman chalisa ka paath bhi bahut labhdayak hota hai.
Shani Amavasya par daan dene se kya labh hota hai?
Is din daan karne se Shani dosh kam hota hai, pitra dosh se mukti milti hai, aur jeevan me samriddhi aati hai.
Kaunse vastu daan karni chahiye?
Kale til aur urad dal
Lohe ki vastu
Kambal aur kapde
Tel (sarson ya til ka)
Gareebon ko bhojan
Kya Shani Amavasya par shani mandir jaana chahiye?
Haan, shani mandir jakar tel chadhana, mantra jaap karna, aur daan karna bahut shubh mana jata hai.
Shani Amavasya par Hanuman ji ki pooja kyon ki jati hai?
Hanuman ji Shani Dev ke prabhav ko kam karne wale hote hain. Unki pooja se Shani Dev ki drishti shubh hoti hai.
Kya Shani Amavasya par safai-karai karni chahiye?
Haan, ghar ki safai aur shuddhikaran karna shubh hota hai, lekin kabhi bhi Pipal ka ped na kaatein aur na todhein.
Shani Amavasya par kis rang ke kapde pehanna shubh hota hai?
Is din kaale, neele ya ghanere bhure rang ke kapde pehna shubh hota hai.
Shani Amavasya ke din naya kaam shuru karna chahiye ya nahi?
Is din naye kaam ki shuruaat na karna hi achha hota hai, lekin purane kaam sudharne ke liye yeh din uttam hota hai.
Shani Amavasya par grah shanti ke liye kya karein?
Shani Dev ka abhishek karein (til ka tel aur gangajal se)
Shani mantra ka jaap karein
Pitra tarpan karein
Gareebon aur shramikon ki madad karein