Shiv Kailasho Ke Vasi Bhagwan Shiv ke bhajan hamesha se bhakton ke dil ko choo jaate hain. Unhi mein se ek pavitra aur popular bhajan hai. Ye bhajan Shiv ji ke roop, unki leela aur bhakton ke prati unke prem ko vyakt karta hai.
जटा टवी गलज्जला
प्रवाह पावितस्थले
गलेव लम्ब्यलम्बितां
भुजंगतुंग मालिकाम्
डमड डम डमड डमं
न्निनाद वड्डमर्वयं
चकार चण्ड ताण्डवं
तनो तुनः शिवा: शिवम्
शिवा: शिवम्, शिवा: शिवम्
शिवा: शिवम्, शिवा: शिवम्
शिव कैलशों के वासी
धौली धरों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हरना
शिव कैलशों के वासी
धौली धरों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हर ना
तेरे कैलशों का अंत ना पाया
तेरे कैलशों का अंत ना पाया
अंत बे-अंत तेरी माया ओह भोले बाबा
अंत बे-अंत तेरी माया
शिव कैलशों के वासी
धौली धरों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हरना
शम्भो
बेल की पत्तियाँ भांग धतूरा
बेल की पत्तियाँ भांग धतूरा
शिव जी के मन को लुभाएँ ओह भोले बाबा
शिव जी के मॅन को लुभाएँ
शिव कैलशों के वासी
धौली धरों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हारना
एक था डेरा तेरा चांबे रे च गाना
एक था डेरा तेरा चांबे रे च गाना
दूजा लाई दित्ता भर मोरा ओह भोले बाबा
दूजा लाई दित्ता भर मोरा
शिव कैलशों के वासी
धौली धारों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हर ना
शिव कैलशों के वासी, धौली धारों के राजा
शंकर संकट हर ना
शंकर संकट हरना
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