इस गणेश चतुर्थी पर इन भक्तिमय आरती और भजनों के साथ भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करें
BY- MEGHA PATIDAR
गणेश चतुर्थी पर सबसे अधिक सुनी जाने वाली आरतियों में से एक, "जय गणेश देवा" की भक्तिमय ध्वनि हर पूजा को संपूर्ण बनाती है।
"सुखकर्ता दुखहर्ता" आरती महाराष्ट्र और भारत के कई हिस्सों में अत्यधिक लोकप्रिय है। इसकी मधुर धुन और गहन शब्द भगवान गणेश के प्रति आस्था को और भी मजबूत बनाते हैं।
गणेश वंदना एक भक्तिमय भजन है जो भगवान गणेश की स्तुति में गाया जाता है। इसके शांतिमय शब्द और संगीत मन को शांति और सुकून देते हैं।
यह मराठी आरती भगवान गणेश के प्रति भक्ति और समर्पण को दर्शाती है। इसकी प्राचीन धुन हर भक्त के मन को भगवान गणेश के करीब लाती है।
"शेंदूर लाल चढ़ायो" भजन भगवान गणेश के रूप का वर्णन करता है और गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष रूप से गाया जाता है। इसकी भक्तिमय धुन मन को आनंदित करती है।
गणेश गायत्री मंत्र का जाप भगवान गणेश की कृपा और बुद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह मंत्र किसी भी पूजा का अभिन्न हिस्सा है।
संस्कृत में यह श्लोक भगवान गणेश की महिमा का वर्णन करता है। इसका पाठ गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष लाभकारी माना जाता है।
यह मराठी भजन गणेश चतुर्थी के दौरान अत्यधिक लोकप्रिय होता है। "हे गणराया" भजन भगवान गणेश से हमारे जीवन के सभी दुखों को हरने की प्रार्थना करता है।