दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा से धन, समृद्धि और सुख-शांति का आगमन होता है। इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मंत्र और आरती का विशेष महत्व है।
लक्ष्मी मंत्र का प्रभाव
माता लक्ष्मी के विशेष मंत्र से मानसिक शांति और समृद्धि मिलती है। "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का जप दिवाली पर विशेष फलदायी होता है।
लक्ष्मी पूजन के दौरान संकल्प मंत्र
लक्ष्मी पूजन की शुरुआत में "ॐ गण गणपतये नमः" का उच्चारण करें। इसके बाद, "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" का संकल्प मंत्र लेकर पूजन प्रारंभ करें।
धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी मंत्र
धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी मंत्र - "ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्म्यै नमः" का जप लाभदायक माना गया है।
लक्ष्मी चालीसा का महत्व
लक्ष्मी चालीसा का पाठ भी दिवाली पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस पाठ में मां लक्ष्मी की महिमा और उनके आशीर्वाद की महत्ता का वर्णन है।
लक्ष्मी आरती - जय लक्ष्मी माता
"जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता" दिवाली की रात लक्ष्मी जी की आरती से पूजा का समापन करें। यह आरती घर में सुख-शांति और समृद्धि लाती है।
माँ लक्ष्मी की पूजा में दीपों का महत्व
दिवाली पर दीप जलाने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इससे मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं और आशीर्वाद देती हैं। पूजा में घी के दीपक का प्रयोग करें।
परिवार के साथ सामूहिक आरती का महत्व
दिवाली पर पूरे परिवार के साथ सामूहिक आरती से पूजा का विशेष प्रभाव होता है। इसे करने से घर में एकता और खुशहाली बनी रहती है।