मकर संक्रांति क्या है?

Megha patidar

जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। यह सकारात्मकता, फसल और दान का उत्सव है।

पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है। सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है।

व्रत और पूजा विधि

ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें। गंगाजल से सूर्य देव का अभिषेक करें। तिल-गुड़ और खिचड़ी का प्रसाद बनाएं। तिल, गुड़ और खिचड़ी का दान करें।

मकर संक्रांति के विशेष व्यंजन

तिल-गुड़ के लड्डू। खिचड़ी। पोंगल।

पतंगबाजी का उत्साह

मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाना उत्साह और खुशी का प्रतीक है। यह नई ऊर्जा और उमंग का पर्व है।

विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति

उत्तर भारत: खिचड़ी पर्व। महाराष्ट्र: तिलगुल पर्व। तमिलनाडु: पोंगल। असम: भोगाली बिहू।

मकर संक्रांति का संदेश

मकर संक्रांति सकारात्मकता, दान और सामाजिक सहयोग का पर्व है। इसे खुशी और समर्पण के साथ मनाएं।

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