प्रस्ताव का उद्देश्य

By Deepika Pati dar 2024 

मध्यप्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। श्रीकृष्ण पाथेय नामक इस परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।

श्रीकृष्ण के पवित्र स्थल

श्रीकृष्ण के चरण जहां-जहां पड़े थे, उन स्थलों का विकास होगा। इनमें मुख्य रूप से उज्जैन, इंदौर, जानापाव और धार शामिल हैं।

उज्जैन में श्रीकृष्ण के सांदीपनि आश्रम का पुनर्निर्माण होगा। यहां 64 कलाओं और 14 विद्याओं की शिक्षा दी जाएगी।

सांदीपनि गुरुकुल का पुनर्निर्माण

प्रदेश में श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों पर सांस्कृतिक आयोजन होंगे। द्वारका, मथुरा, सोमनाथ जैसे स्थलों को भी इस योजना में जोड़ा जाएगा।

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सांस्कृतिक आयोजन

श्रीकृष्ण पाथेय पर शोध के लिए फैलोशिप दी जाएगी। इसका मुख्य केंद्र उज्जैन होगा।

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शोध और अध्ययन

श्रीकृष्ण पाथेय योजना के लिए 28 सदस्यों का न्यास बनाया जाएगा। इसका मुख्यालय भोपाल में होगा।

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न्यास का गठन

पर्यटन और संस्कृति विभाग की भूमिका

योजना के कार्यान्वयन के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग जिम्मेदार होगा।

उज्जैन में सड़क निर्माण। स्टाफ नर्स की नियुक्ति। मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के लिए ओएसडी की नियुक्ति।

कैबिनेट द्वारा अन्य स्वीकृतियां

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निष्कर्ष

श्रीकृष्ण पाथेय योजना मध्यप्रदेश को एक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करेगी। यह भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और शिक्षाओं को एक नई पहचान देगा।