विज्ञान भी जिनके सामने है हैरान! क्या आप जानते हैं भगवान जगन्नाथ के धाम से जुड़ी ये रहस्यमयी बातें?
हवा के विपरीत लहराता ध्वज मंदिर के शिखर पर लगा ध्वज हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता है। यह कैसे होता है, यह आज भी एक रहस्य है।
हर दिशा से एक जैसा दिखता सुदर्शन चक्र आप पुरी में कहीं भी हों, मंदिर के शीर्ष पर लगा सुदर्शन चक्र हमेशा आपको अपने सामने ही लगा हुआ दिखेगा। इसकी बनावट एक बड़ा रहस्य है।
गुंबद की अदृश्य परछाई मंदिर के मुख्य गुंबद की परछाई दिन के किसी भी समय जमीन पर नहीं पड़ती। यह वास्तुकला का चमत्कार है या कोई दैवीय शक्ति?
मंदिर के अंदर शांत समुद्र जैसे ही आप मंदिर के सिंहद्वार में पहला कदम रखते हैं, समुद्र की लहरों की आवाज रहस्यमयी तरीके से बंद हो जाती है। बाहर निकलते ही यह फिर सुनाई देने लगती है।
कभी व्यर्थ नहीं जाता महाप्रसाद मंदिर में हर दिन हजारों-लाखों भक्तों के लिए प्रसाद बनता है, लेकिन यह कभी भी व्यर्थ नहीं जाता। एक दाना भी कम नहीं पड़ता और न ही बर्बाद होता है।
दुनिया की सबसे रहस्यमयी रसोई यहाँ प्रसाद पकाने के लिए 7 बर्तन एक-दूसरे पर रखे जाते हैं और प्रसाद लकड़ी के चूल्हे पर पकता है। हैरानी की बात यह है कि सबसे ऊपर वाले बर्तन का प्रसाद पहले पकता है।
हवा की उलटी दिशा सामान्य तौर पर दिन में हवा समुद्र से जमीन की ओर चलती है, लेकिन पुरी में इसका उल्टा होता है। यहाँ हवा जमीन से समुद्र की ओर बहती है।
आस्था और विज्ञान से परे ये रहस्य आज भी वैज्ञानिकों और भक्तों के लिए एक पहेली हैं, जो भगवान जगन्नाथ में आस्था को और भी गहरा कर देते हैं।